नई दिल्लीः श्रद्धा वॉल्कर और आफताब अमीन पूनावाला के इश्क की कहानी का अंजाम देखकर सब दहल गए हैं. अब कातिल पुलिस की गिरफ्त में है और कत्ल की पूरी कहानी भी सामने आ चुकी है. सुप्रीम कोर्ट के जाने-माने अधिवक्ता अजय अग्रवाल बताया कि जो अवशेष पुलिस ने बरामद किए हैं, अगर उनका डीएनए श्रद्धा के पिता के साथ मैच कर जाता है, तो आरोपी का बचना नामुमकिन है. अजय अग्रवाल कहते हैं कि केवल बयान के आधार पर किसी को सजा नहीं हो सकती. पुलिस हालात के हिसाब से सबूत जमा करती है.
बता दें कि 18 मई 2022 को जब उसका झगड़ा श्रद्धा से हुआ तो उसने श्रद्धा का गला दबाया और मार डाला. हत्या के बाद उसने बाथरूम में लाश को रखा और यहीं उसने लाश के 20 टुकड़े किए. टुकड़े करने के बाद सल्फर हाइपोक्लोरिक एसिड का इस्तेमाल करके उसने फर्श को धोया, जिससे फोरेंसिक जांच के दौरान DNA सैंपल न मिल पाएं. श्रद्धा की हत्या के बाद उसने उसके कपड़े उतार दिए और उन्हें कूड़ा उठाने वाली वैन में डाल दिया था.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि वे दोनों लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे, जो एडमिसेबल है. उसे कानून भी मान्यता देता है. और जहां वो दोनों रहते थे, वहां से भी गवाही मिल सकती है कि ये दोनों साथ-साथ रहते थे. झगड़ा होने के एविडेंस मिल सकते हैं. पास पड़ोस के लोग बता सकते हैं कि जोर जोर से आवाज़ आई थी. या उस दिन के बाद लड़की दिखाई नहीं दी. अभियुक्त किसी के पूछने पर भी बहाना बना देता था. वो बताते हैं कि इस मामले में कुछ गवाही ऐसी हैं, जो पुलिस को तलाश करनी पड़ेंगी.