पीलीभीत में समाजवादी पार्टी में टिकट की घोषणा के बाद घमासान छिड़ गया है। जहां एक दावेदार ने पार्टी छोड़ दी, वहीं शहर से टिकट के दावेदार राजीव अग्रवाल उर्फ टीटी ने समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा के खिलाफ सीधा मोर्चा खोलते हुए उन पर रुपये लेकर टिकट बांटने का आरोप लगाया है। उन्होंने फेसबुक पर एक पत्र भी पोस्ट किया है। इसके बाद गुरुवार शाम को वह पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव से मिलने लखनऊ रवाना हो गए।समाजवादी पार्टी से राजीव अग्रवाल उर्फ टीटी अपनी पुत्रवधू के लिए टिकट मांग रहे थे। राजीव अग्रवाल 2000 से 2005 तक चेयरमैन रह चुके हैं। बुधवार को समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा ने सपा प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की। जिसमें शहर से नफीस अंसारी की पत्नी नसरीन को सपा का प्रत्याशी बनाया। इसके बाद पार्टी में उथल-पुथल शुरू हो गई।पूरनपुर के एक नेता ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि संघर्ष हार गया पैसा जीत गया। इसके बाद गुरुवार सुबह सपा नेता राजीव अग्रवाल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट लिखी। उन्होंने लिखा कि जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा समाजवादी पार्टी को बेचने का काम कर रहे हैं। 2022 के चुनाव में दो विधानसभाओं के टिकटों का सौदा उनके सामने हुआ। एक का 25 लाख में दूसरे का 15 लाख में। डील की उन्हें पूरी जानकारी है, तब उन्होंने क्यों नहीं विरोध किया इसका कारण भी लिखा। लिखा-जिलाध्यक्ष ने डील करते समय शीर्ष नेताओं को पैसे भेजने का वास्ता दिया, इसलिए वह चुप रहे।
टीटी का कहना है कि अब निकाय चुनाव में पैसों के कारण पार्टी के हितों का ध्यान न रखते हुए अपने स्वार्थों की पूर्ति के लिए धरातल में पहुंचाने का काम किया जा रहा है। उन्होंने यह लिखकर खलबली मचा दी कि पीलीभीत नगर पालिका का टिकट काफी पैसों में बेचकर भाजपा को वॉकओवर दिया गया है।