माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में जांच तेज हो गई है। गुरुवार को कॉल्विन अस्पताल स्थित घटनास्थल पर क्राइम सीन को दोहराया गया। इस दौरान जांच टीम ने कई सवालों का जवाब जानने की कोशिश की। उधर, तीनों हत्यारों से पूछताछ भी जारी है। इस मामले में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। आइए जानते हैं कि हत्याकांड के बाद से अब तक इस मामले में क्या-क्या खुलासे हो चुके हैं?उमेश हत्याकांड में पांच लाख के इनामी वांटेड गुड्डू मुस्लिम की लोकेशन उड़ीसा के पुरी में मिली है। एक टीम को पुरी के लिए रवाना कर दिया गया है। गुड्डू मुस्लिम लगातार अपना ठिकाना बदल रहा है। इससे पहले उसकी लोकेशन महाराष्ट्र के नासिक में मिली थी। पुलिस का कहना है कि गुड्डू बेहद शातिर है। वह कई घटनाओं में कई बार फरार रह चुका है। वह मोबाइल फोन का बिल्कुल भी प्रयोग नहीं कर रहा है।छह मार्च को गुड्डू, अतीक के रिश्तेदार अखलाक के घर मेरठ पहुंचा था। यहां पर 17 घंटे रहा। अखलाक से एक लाख रुपये लेकर वह वहां से निकल गया था। बाद में उसकी लोकेशन अजमेर में मिली थी। इसके बाद उसने झांसी में सतीश पांडेय के घर को अपना ठिकाना बनाया था। यहां से निकलकर वह सीधा नासिक चला गया। अब पता चल रहा है कि वह उड़ीसा के पुरी इलाके में है। इस सूचना पर पुलिस की एक टीम पुरी के लिए रवाना हो गई है।
गुड्डू मुस्लिम का घर अतीक के घर के पास ही है। वह बचपन से ही बम बनाने का एक्सपर्ट था। धीरे धीरे वह इतना माहिर हो गया था कि चलते-चलते बम बना देता था। उसे असलहों से ज्यादा बम पर विश्वास था। इसीलिए जब उमेश की हत्या के लिए असद सबको स्वचालित असलहे दे रहा था तो गुड्डू ने बम से भरा झोला पसंद किया। उसने बम से ही तहलका मचा दिया था। सिपाही राघवेंद्र को उसने पीछे से बम मारा था, जो सिपाही की मौत का कारण बना।
जेल से अतीक ने पांच राज्यों में फैलाया 1500 करोड़ का कारोबार माफिया अतीक अहमद ने साबरमती जेल में रहने के दौरान गुजरात समेत पांच राज्यों में करीब 1500 करोड़ रुपये संपत्तियों में निवेश किए थे। उसकी संपत्तियां गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली और मुंबई में होने के पुख्ता प्रमाण पुलिस को मिले हैं। उमेश पाल की हत्या के बाद जब अतीक पर पुलिस का शिकंजा कसना शुरू हुआ तो उसके पार्टनरों ने भी किनारा करना शुरू कर दिया।साबरमती जेल में बंद रह चुके दो सगे भाई जीतू और केतन के साथ अतीक ने जमीन के कारोबार में पार्टनरशिप की थी। साबरमती निवासी जीतू और केतन का गुजरात में जमीन समेत अन्य कारोबार में भी खासा वर्चस्व है। जेल में रहने के दौरान दोनों भाइयों की मुलाकात अतीक से हुई थी।